हौज़ा न्यूज़ एजेंसी, लखनऊ की एक रिपोर्ट के अनुसार; तन्ज़ीमुल मकातिब द्वारा आयोजित आध्यात्मिक रमजान कार्यक्रम प्रतिदिन सुबह 9:30 बजे से जारी रहता है।
आज के कार्यक्रम की शुरुआत कुरान शिक्षक मौलाना अज़ादार हुसैन खान द्वारा पवित्र कुरान के ऑनलाइन पाठ से हुई। इसके बाद गुलाम अस्करी गुलरेज़ और मौलवी मुहम्मद अरशद ने भक्ति की एक काव्यात्मक पेशकश पेश की, जिससे सभा में आध्यात्मिकता का एक विशेष माहौल बन गया।
मौलाना गुलाम हुसैन सदफ जौनपुरी ने अपने संबोधन में कहा कि व्यक्ति के लिए धन बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके साथ ही शरीयत की शर्तों को पूरा करना भी जरूरी है, जिस तरह श्रीमती खदीजा ने अपनी सारी संपत्ति धर्म के समर्थन में खर्च कर दी।
ईरान से ऑनलाइन बोलते हुए मौलाना जहूर मेहदी मोलाई ने रमजान के महीने के महत्व और इसकी बरकतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपवास और उपवास करने वालों के गुणों का वर्णन किया।
कार्यक्रम का संचालन तंजीम-उल-मकतिब के सचिव मौलाना सैयद सफी हैदर ने किया। इस अवसर पर मौलाना सैयद सफी हैदर ने श्रोताओं से प्रश्न पूछे तथा सही उत्तर देने वालों को पुरस्कार प्रदान किये।
उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम दैनिक आधार पर आध्यात्मिकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान कर रहा है।
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